Jainam Jayatu Shashnam !
Thursday, June 21, 2012
सबसे बड़ा
जो मानता स्वंय को सबसे बड़ा है,
वह धर्म से अभी बहुत दूर खड़ा है ।
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आचार्य श्री विद्यासागर जी
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